Betul News : पुरानी पेंशन के लिए अधिकारी-कर्मचारियों ने निकाली आक्रोश रैली
Officer-employees take out protest rally for old pension
बैतूल। पुरानी पेंशन बहाली को लेकर रविवार को कर्मचारियों ने प्रदर्शन कर विरोध मार्च निकाला। पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन एवं ट्राईबल वेलफेयर टीचर एसोसिएशन की अगुवाई में पेंशन को लेकर अब कर्मचारी आर-पार की लड़ाई की तैयारी में है। बैतूल जिले से लगभग 52 विभाग के कर्मचारी हजारों की संख्या मे पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर सड़क पर उतरे। पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन के जिलाध्यक्ष रवि सरनेकर, ट्राईबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष प्रवीण नरवरे ने कहा कि पेंशन नहीं तो वोट नहीं के मिशन पर कर्मचारी काम कर रहे हैं, हमने अपने घरों पर नेम प्लेट की जगह पेंशन नहीं तो वोट नहीं लिखा है। केंद्र शासन एवं राज्य शासन से हमारी एक ही मांग है पुरानी वरिष्ठता के साथ पेंशन जस की तस प्रदान करें। अजाक्स कर्मचारी नेता लीलाधर नागले ने बताया कि सिविल सेवा पेंशन नियमावली 1974 को केंद्र सरकार लागू करते हुए फिर से पुरानी पेंशन बहाल करनी चाहिए।
संवैधानिक मार्च आक्रोश रैली में महिला कर्मचारियों की संख्या बड़ी तादाद में रही। महिला प्रकोष्ठ की अनीता सोनारे, कमला दवन्डे ने कहा कि कर्मचारियों की केवल एक ही मांग है कि जल्द से जल्द पुरानी पेंशन बहाल हो। रैली के दौरान बैतूल हरदा संसदीय क्षेत्र के सांसद दुर्गादास उईके ने लल्ली चौक पर कर्मचारियों ने से ज्ञापन लिया और पुरानी पेंशन बहाली की बात सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। पुरानी पेंशन संवैधानिक मार्च आक्रोश रैली में अजाक्स से लीलाधर नागले, राजू आठनेरे, महिला प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष अनिता सोनारे, भीम धोटे, वन विभाग के जिलाध्यक्ष आकाश प्रधान, पीयूष खतरकर हेमंत जोशी,आदर्श शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष राजेंद्र कटारे, शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष भीमराव लांजीवार, राज्य कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष सचिन राय, अतुल आर्य, जिला उपाध्यक्ष साहेबराव चिल्हाटे, जिला अध्यक्ष मदनलाल डडोरे , स्वास्थ्य विभाग से हेमलता पाटील, कृषि उपज मंडी विभाग से वंदना झरबड़े,पटवारी संघ से मोहन धुर्वे, दिनेश सोनारे आमला, गौरी टिकारे ब्लाक अध्यक्ष धनराज पाटील, विजय साहू मुलताई, राजेश मन्नासे घोड़ाडोंगरी, सुरेश लोखंडे,सूरज राठौर ,श्रीराम भुसकुटे गीता सेलकरी भैंसदेही,नितेश राठौर सीमा असवारे, अरुणा महाले,भीमराव दवड़े,कांति धुर्वे , सरस्वती लोखंडे, आरती सातनकर ,नारायण मनोहरे,गंगाराम घुड़ाले, विजय कोरी, गोकुल झरबड़े, रवि अतुलकर, लक्ष्मण वागद्रे सहित हजारों की संख्या में पेंशन विहीन कर्मचारी मौजूद रहे।