Betul News : रोजगार गारंटी योजना में कार्यरत मजदूरों से भी कम वेतन में काम करने को मजबूर मोबिलाइजर
Mobilizer forced to work for less salary than the laborers employed in the Employment Guarantee Scheme

बैतूल। ग्राम पंचायतों में कार्यरत मोबिलाइजर वेतन विसंगति को लेकर परेशान है। बुधवार को मोबिलाइजर कर्मचारियों ने जिला पंचायत सीईओ को ज्ञापन सौंपकर वेतन वृद्धि करने की मांग की है। मोबिलाइजर कर्मचारियों का कहना है कि इतनी महंगाई के दौर में भी अल्प वेतनमान में मोबिलाइजर काम करने के लिए मजबूर है। शासन की महत्वपूर्ण कड़ी होने के बावजूद भी मोबिलाइजर कर्मचारी उपेक्षा का शिकार हो रहा है।
मोबिलाइजर का कहना है कि वर्तमान में लाडली बहना योजना सहित अन्य महत्वपूर्ण कार्यों को मोबिलाइजर ईमानदारी पूर्वक कर रहे हैं। रोजगार गारंटी योजना के तहत मजदूर को भी सम्मानजनक वेतन मिलता है, लेकिन मोबिलाइजर 4 हजार वेतन में काम करने के लिए मजबूर है। एक पढ़े-लिखे ग्रेजुएट डिग्री धारी व्यक्ति को 4 हजार में ग्राम पंचायत का पूरा काम करना पड़ रहा है। मोबिलाइजर का कहना है कि उन्हें कलेक्टर दर से मानदेय दिया जाए। इसको लेकर समस्त मोबिलाइजर जिला पंचायत पहुंचे, उन्होंने जिला पंचायत सीईओ एवं जिला पंचायत उपाध्यक्ष हंसराज धुर्वे को वेतन वृद्धि के लिए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया।
जिला संगठन का किया गठन
मोबिलाइजर संघ द्वारा जिला कार्यकारिणी का भी गठन किया गया है जिसमें सारिका भूसुमकर विकासखंड भैसदेही को जिला अध्यक्ष, बंटी वाड़िवा चिचोली को उपाध्यक्ष, नरेश टेकाम शाहपुर उपाध्यक्ष, सतीश बडौदे भैसदेही को सचिव, पूजा इवने आठनेर को सह सचिव, मोना चौरे शाहपुर को कोषाध्यक्ष, गंगा बिसोने चिचोली को सह कोषाध्यक्ष एवं संदीप मंडाने भीमपुर को मीडिया प्रभारी और आबिद मंसूरी को सह मीडिया प्रभारी बनाया गया।




