Betul News : नियमितीकरण नहीं होने पर जताई नाराजगी, लगाए उपेक्षा के आरोप
Expressed displeasure over non-regularization, accused of neglect
बैतूल। नगर पालिका के दैनिक वेतन भोगी एवं संविदा कर्मचारी संघ ने नियमितीकरण नहीं होने पर नाराजगी जाहिर करते मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा। उल्लेखनीय है कि सोमवार को सीएम भू अधिकार पत्र वितरण एवं महिला सम्मेलन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बैतूल पहुंचे थे। इस दौरान दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों ने अपनी प्रमुख मांग का ज्ञापन मुख्यमंत्री को सौपकर निराकरण करने का आग्रह किया। दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों का कहना है कि पूर्व में वह अध्यक्ष-सीएमओ को भी ज्ञापन दे चुके हैं। बावजूद इसके उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया जा रहा है। कर्मचारियों ने नपा परिसर में अधिकारियों को अपनी समस्याए सुनाईं। दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी का कहना है 15-16 वर्षो से निरंतर कार्यरत दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियो सफाई कार्य जल-प्रदाय कार्य तथा मूल-भूत आवश्यक कार्य करते आ रहे है जिसे कोरोना काल के सम्पूर्ण लॉकडाउन जैसी विभीषिका में भी पूरी निष्ठा एवं जवाबदेही के साथ सड़कों पर निकलकर कार्य पूरा किया है किंतु इसके बावजूद नगरीय निकाय के हम समस्त दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को अब तक शासन-प्रशासन की अनदेखी व उपेक्षा का शिकार होना पड़ा है।
ज्ञापन-पत्र प्रेषित करने के बाद भी हमें नियमित नहीं किया जा सका है जिससे बेहद कम मानदेय में परिवार का गुजर-बसर कर पाना मुश्किल हो रहा है जिससे समस्त दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों में असंतोष है। दैनिक वेतन भोगी एवं संविदा कर्मचारी संघ ने इन समस्याओं को देखते हुए मुख्यमंत्री से तत्काल कार्यवाही करने की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में अमित सक्सेना, सुशील रागडे, राजाराम यादव, अनिल पाल, फहीम शाह, संजय वाल्मीकि, पवन भाटिया, हंसराज पंवार, प्रमोद कुमार ढेकले, धीरज पवार, धीरज सोनेकर, अनिल गावंडे, अनिल रागडे, रविंद्र महानंदे, लक्ष्मण सोनेकर, अमित कटारे, राजा मोरे, रोहित बंजारे, अल्केश पवार, जगदीश साहू, पिंटू बोडखे, पंकज सोनी, कमलेश बघेल शामिल है।