Betul News: कलेक्टर साहब, अतिक्रमण रोकने की जिम्मेदारी निभाने वालों पर कब होगी कारवाई
बड़ा सवाल किसकी शह पर मुख्य मार्गों के किनारे बना ली गईं थीं पक्की दुकानें
Betul News: बैतूल। बैतूल जिले के नए कलेक्टर ने आते ही शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने की अपनी मंशा अफसरों को जताई। बस फिर क्या था नगर में बुलडोजर के दम पर अवैध कब्जे हटाने शुरू कर दिए गए। इस कारवाई में छोटे दुकानदार सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। हालांकि इनके अवैध कब्जों के कारण ही यातायात बिगड़ैल हो रहा था और नगर की सुंदरता में भी बड़ा धब्बा लग रहा था।

कब्जे हटाने के बाद दुकानदार उन जिम्मेदारों को तलाश रहे हैं जिन्होंने छोटी सी दुकान को बड़ा और फिर पक्के निर्माण में बदलने की कथित स्वीकृति दी थी। नगर पालिका की राजस्व शाखा पर अतिक्रमण ना होने देने की महती जिम्मेदारी होती है।

लोगों का सवाल है कि जब बिना अनुमति के नल का कनेक्शन नहीं मिल पाता है तो फिर सड़क किनारे तक दुकानें कैसे बढ़ती चली गईं। क्या राजस्व का अमला सिर्फ टैक्स की वसूली बढ़ने से खुश हो जाता था या फिर कथित संरक्षण के बदले में फील गुड महसूस करता रहा।
जागरूक लोगों का कहना है कि जब बुलडोजर सड़क पर उतरे तब ही पक्के अवैध कब्जे नजर आने लगे। इसके लिए कौन कौन जिम्मेदार रहा है, इसकी पड़ताल कलेक्टर को अवश्य करानी चाहिए। इतना ही नहीं जिम्मेदारों ने अपनी ड्यूटी नही निभाई है तो उन्हें कारवाई के दायरे में लाकर एक मिसाल भी कायम की जानी होगी। इससे आने वाले दिनों में अवैध कब्जों की रफ्तार कुछ कम हो सकती है।
लोगों का मानना है कि सड़क बनने के बाद क्या अवैध कब्जे नही होंगे..?? इसकी भी प्लानिंग अभी से प्रशासन को करना ही होगा। अन्यथा बुलडोजर से अवैध कब्जे हटाने की कारवाई को लोग सीजनेबल मानने लगेंगे और यह कारवाई भी इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाएगी