Betul : बेटी को उपहार में बाजपुर उपसरपंच ने दिए 2100 रुपए
Bajpur sub-sarpanch gave 2100 rupees as a gift to daughter
बैतूल। एक वक्त था जब बेटी को लोग बोझ मानते थे, बेटियों के जन्म पर न कोई उत्सव होता था और न कोई खुशी मनाई जाती थी। लेकिन अब वक्त बदल रहा है, सोच बदल रही है। समाज बदल रहा है। अब बेटी वरदान के रूप में परिवार का अंग बन रही हैं। ऐसा ही एक उदाहरण जिला मुख्यालय के अंतर्गत आने वाले ग्राम बाजपुर में देखने को मिला जहां बेटी के जन्म पर खुशियां मनाते हैं, बेटी के नाम पर एफडी की जाती है मिठाई बांटी जाती है, ढोल धमाकों के साथ स्वागत किया जाता है। ग्राम पंचायत के उपसरपंच राकेश घंगारे की इस पहल की आज पूरे प्रदेश में सराहना की जा रही है।
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मंगलवार को ग्राम के सरपंच राजेश तुमड़ाम के परिवार में एक बेटी ने जन्म लिया तो परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। इस अवसर पर उपसरपंच राकेश घंगारे ने लाडली का स्वागत अनोखे अंदाज में किया। बेटी को 2100 रुपए की राशि उपहार में दी। वहीं गांव में मिठाई बाटी ढोल धमाके के साथ खुशियां मनाई गई। उपसरपंच राकेश घंगारे ने समाज की सोच बदलने के लिए बेटी के घर आगमन की ऐसी तैयारियां की कि लोग देखते रह गए। लाडली लक्ष्मी का जैसा ही घर आगमन हुआ और उसने दहलीज पर कदम रखा तो ढोल धमाकों के साथ स्वागत किया गया। पूरे घर को फूलों से सजाया गया। इस दौरान जमकर नाच गाना हुआ। बेटी का स्वागत पूरे गांव में उत्सव की तरह मनाया गया। उप सरपंच यही दिखाने के लिए प्रतिबद्ध है कि बेटियां बोझ नहीं वरदान होती है। इस अवसर पर ज्ञानीराम घंगारे, परसराम कापसे, रमाकांत कोकाटे, रविशंकर रावत, महेश पारधे, संदीप विश्वकर्मा, नरेंद्र कापसे, राजेश घंगारे, राजा पाल, राजाराम घंगारे, तुलसीराम पुंडे, गणेश पुंडे उपस्थित थे।