करुणा, सेवा और तपस्या से परिपूर्ण रहा आचार्य विद्यासागर महाराज का जीवन: लखनलाल मालवी
मालवी सेन समाज ने दी आचार्य विद्यासागर महाराज को श्रद्धांजली
बैतूल। मालवी सेन समाज संगठन ने जैन मुनि आचार्य विद्यासागर महाराज को श्रद्धांजली दी। संगठन के सभी पदाधिकारियों एवं सामाजिक लोगों ने 2 मिनट का मौनरखकर विद्यासागर महाराज को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। समाज के जिला अध्यक्ष लखनलाल मालवी ने कहा आचार्य विद्यासागर महाराज का जाना अद्भुत मार्गदर्शक को खोने के समान है, जिन्होंने अनगिनत लोगों का मार्ग निरंतर प्रशस्त किया है। आचार्य विद्यासागर जी कई धार्मिक कार्यों में प्रेरणा स्रोत रहे हैं। उनकी सौम्य दृष्टि और दिव्य मुस्कान प्रेरित करने वाली थी। उनका आशीर्वाद आनंद से भर देने वाला था। करुणा, सेवा और तपस्या से परिपूर्ण आचार्य जी का जीवन भगवान महावीर के आदर्शों का प्रतीक रहा। उन्होंने सत्यनिष्ठा के साथ अपनी पूरी आयु तक ये सीख दी कि विचारों, शब्दों और कर्मों की पवित्रता कितनी बड़ी होती है। उन्होंने हमेशा जीवन के सरल होने पर जोर दिया। महान परंपरा में संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर जी महाराज जी का प्रमुख स्थान है। उन्होंने वर्तमान के साथ ही भविष्य के लिए भी एक नई राह दिखाई है। उनका संपूर्ण जीवन आध्यात्मिक प्रेरणा से भरा रहा। उनके जीवन का हर अध्याय, अद्भुत ज्ञान, असीम करुणा और मानवता के उत्थान के लिए अटूट प्रतिबद्धता से सुशोभित है। इस मौके पर मालवी सेन समाज के पदाधिकारी जिला उपाध्यक्ष दिनेश खेड़ले, सचिव कुषेंद्र मन्नासे, कोषाध्यक्ष पंकज साहने, मथुरा प्रसाद जयसिंहपुरे, बृजेश साहने, जितेंद्र नरेले, ओमप्रकाश बघेले, ललित बघेले, हेमराज साहने, गणेश साहने, राहुल मालवी, रोहित मालवी, पवन हरणे, राजेश हरणे उपस्थित रहे।