आयुष प्रचार शिविर में 233 ने आयुर्वेदिक और 174 ने होम्योपैथिक औषधियों का लिया लाभ
बैतूल। जिले में आयुष विभाग की ओर से लोगों के स्वास्थ्य को लेकर लगातार शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में 8 मार्च को आयुष ग्राम हिवरखेड़ी द्वारा देवगांव में उप स्वास्थ्य केंद्र के सामने आयुष प्रचार शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर संचालक आयुष विभाग मध्यप्रदेश शासन के आदेशानुसार, जिला कलेक्टर के मार्गदर्शन में और जिला आयुष अधिकारी डॉक्टर योगेश चौकीकर के निर्देशन में आयोजित किया गया।
वहीं आठनेर में फागुन मेले का आयोजन किया गया, जहां आयुष विभाग ने आयुष प्रचार शिविर लगाया। मेले का शुभारंभ विधायक हेमंत खंडेलवाल ने किया, उनके साथ भाजपा जिलाध्यक्ष सुधाकर पवार भी मौजूद थे। इस शिविर में 110 लाभार्थियों को निःशुल्क औषधियों का वितरण किया गया, जिससे वे अपने रोगानुसार स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सके।
शिविर का शुभारंभ भगवान धन्वंतरि और माता सरस्वती की पूजन से हुआ। इस दौरान नोडल अधिकारी डॉक्टर लक्ष्मी किशनानी (आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी) और डॉक्टर नितिन अतुलकर, डॉक्टर निधि मालवीय, डॉक्टर शिल्पा धोटे, डॉक्टर प्रीतिबाला पाटनकर, डॉक्टर शैलेंद्र कृष्ण तिवारी (होम्योपैथी चिकित्सा अधिकारी) सहित कुल 19 कर्मचारियों ने सेवाएं दीं।
शिविर में आमवात, संधिवात, ज्वर, रक्ताल्पता, अर्श, मधुमेह, चर्म रोग, उदर रोग, श्वास और कास जैसी बीमारियों के लिए निःशुल्क औषधियों का वितरण किया गया। साथ ही आयुष क्योर ऐप की जानकारी दी गई और सरल योग क्रियाओं का अभ्यास करवाया गया। योग शिक्षिका पारुल पालीवाल ने शिविर में आए लोगों को योगाभ्यास करवाया और बताया कि 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के लिए काउंटडाउन शुरू हो चुका है। शिविर में 233 लोगों ने आयुर्वेदिक और 174 लोगों ने होम्योपैथिक औषधियों का लाभ उठाया, जिससे कुल 407 लाभार्थी लाभान्वित हुए।
– आयुर्वेद चिकित्सालय टिकारी में स्वर्ण प्राशन आज
पुष्य नक्षत्र के अवसर पर आज 10 मार्च को शासकीय जिला आयुर्वेद चिकित्सालय टिकारी में स्वर्ण प्राशन करवाया जाएगा। यह आयोजन सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक चलेगा। डॉक्टर योगेश चौकीकर (बाल रोग विशेषज्ञ) ने बताया कि स्वर्ण प्राशन बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है, जिससे वे मौसमी बीमारियों से सुरक्षित रह सकते हैं। इसमें स्वर्ण भस्म के साथ मधु, घृत और अन्य औषधियों का विशेष मिश्रण तैयार किया जाता है, जो बच्चों के स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है। सभी अभिभावकों से आग्रह किया गया है कि वे अपने बच्चों को इस लाभकारी प्रक्रिया से जरूर लाभान्वित कराएं।