World Tribal Day : आदिवासी समाज ने निकाली महारैली, काली पट्टी बांधकर अत्याचार का किया विरोध

रैली में पारम्परिक वेशभूषा और हथियार प्रमुख आकर्षण का केंद्र रहे

BETUL NEWS : बैतूल। विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर समस्त आदिवासी समाज संगठन के नेतृत्व में जिला मुख्यालय पर ऐतिहासिक महारैली निकाली गई। गौरतलब है कि प्रदेश में लगातार आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार के विरोध में आदिवासी समाज द्वारा रैली में किसी भी प्रकार का उत्साह नहीं मनाया गया। हजारों की तादाद में रैली में शामिल हुए आदिवासियों ने काली पट्टी बांधकर विरोध व्यक्त किया। आदिवासी समाज की महारैली में पारम्परिक वेशभूषा और हथियार प्रमुख आकर्षण का केंद्र रहे। आदिवासियों की प्रमुख समस्याओं को लेकर   राज्यपाल के नाम कलेक्ट्रेट परिसर के सामने डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। महारैली आदिवासी सामुदायिक मंगल भवन पहुंची जहां पर मंचीय कार्यक्रम हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता महिलाशक्ति के रूप में  गीता उइके के द्वारा की गई।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बैतूल विधायक निलय डागा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में आदिवासियों पर लगातार हमले हो रहे हैं। आदिवासी भाई बहन सुरक्षित नही हैं। कमलनाथ सरकार ने विश्व आदिवासी दिवस पर शासकीय अवकाश घोषित किया था लेकिन वर्तमान सरकार के द्वारा अवकाश निरस्त कर दिया गया। इस अवसर पर उन्होंने विधायक निधि से समाज को साउंड सिस्टम देने की घोषणा की। आकास जिला अध्यक्ष शंकर सिंह आहके ने कहा कि मध्यप्रदेश से लेकर मणिपुर तक आदिवासी समाज के लोगों की हत्या हो रही हैं। समाजसेवी अखिलेश कवड़े ने समाज को रोजगार व स्वरोजगार के बारे में विस्तार से बताया, शासन की सभी योजनाओं का लाभ लेने हेतु समाज को प्रेरित किया।

 शिक्षा, संस्कृति, रोजगार विषय पर दिया उद्बोधन

कार्यक्रम में समाजसेविका देवेश्वरी मरकाम ने समान नागरिक संहिता के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि यह कानून लागू होने से आदिवासियों के संवैधानिक हक अधिकारी सहित अन्य रीति रिवाज खत्म हो जाने के बारे में जानकारी दी। यह कानून लागू न हो इस पर जोर दिया गया। इसके अलावा अन्य वक्ताओं ने शिक्षा, संस्कृति, रोजगार, 5 वी अनुसूची, पेसा कानून, महिला उत्पीड़न, युवा नेतृत्व सहित अन्य विषयों पर उद्बोधन दिया।

रक्तदान कर मनाया विश्व आदिवासी दिवस

विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर सबसे पहले आकास के संरक्षक डॉ पदमाकर के नेतृत्व में जिला अस्पताल में फल वितरण किया गया। उसके बाद आदिवासियों का पेन स्थल पड़ापेन ठाना में समाज के भगत भुमकाओं के द्वारा पड़ापेन सुमरनी की गई।  विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर समाज के 30 लोगों ने जरूरतमंदो के लिए रक्त दान किया। मंच का संचालन सोहनलाल धुर्वे व जितेंद्र सिंह इवने व आभार कार्यकारी अध्यक्ष दिलीप धुर्वे ने व्यक्त किया। कार्यक्रम में सभी सामाजिक बंधुओ ने भोजन प्रसादी ग्रहण की, उसके बाद कार्यक्रम का समापन किया गया।
लोनिवि सेवानिवृत्त अधिकारी पीसी बारस्कर, आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष सुंदरलाल उइके, समाजसेविका दुर्गा उइके, देवेश्वरी मरकाम, समाजसेविका सरिता पदमाकर, कल्लूसिंह उइके, अंतुलाल मर्सकोले, पुष्पा पेंदाम, आकास जिला अध्यक्ष शंकर सिंह आहके, सोहनलाल धुर्वे, अखिलेश कवड़े, दिलीप सिंह धुर्वे, एसएस उइके, शंकर सिंह सरियाम, संजय धुर्वे, राजेश कुमार धुर्वे, सौरभ सलामे, पवन कुमार आहके, नंदकिशोर धुर्वे, आरती कंगाले, भूपेन्द्र सिंह पन्द्राम , सरवन मरकाम, विजय धुर्वे सरपंच, भोलाराम उइके, चंपा गंजाम, शुशीला धुर्वे, शशि वाड़िवा, दीपक सरियाम, माया कवड़े, बंसत कवड़े, अविनाश धुर्वे, संतोष कुमार धुर्वे द्वारा भोजन की व्यवस्था की गई।

इन मार्गो से होकर निकली रैली

महारैली पडापेन ठाना से गुरुद्वारा रोड, गंज से शिवाजी चौक पहुंची वहां पर समाज के द्वारा शिवाजी महाराज की मूर्ति पर माल्यार्पण किया गया। उसके बाद कोठी बाजार लल्ली चौक से सरदार विष्णु सिंह गोंड बस स्टैंड में शहीद सरदार विष्णु सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया  उसके बाद महारैली रानी दुर्गावती प्रतिमा एवं बाबा साहेब अंबेडकर की मूर्ति के पास पहुंची वहां पर समाज के द्वारा माल्यार्पण किया गया।

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